Page 19 - E-Patrika 3rd Edition Hindi
P. 19

ई-प  का डाक प्र शक्षण क े न्द्, वड़ोदरा




                                     5. सकाया  का क्षमता  नमा ण
                                             ं



                          ै
            ए शयन प स फक पोस्टल कॉलेज (एपीपीसी),
                                                      ं
              बकॉक म  मानव ससाधन प्रबधन पर प्र शक्षण

                                        ं
                                                                                         ी  दनेश बी. वसदानी
                                                                                         ी  दनेश बी. वसदानी
                                                                                             उप  नदेशक
                                                                                             उप  नदेशक
                                                                                     डाक प्र शक्षण क े न्द्र, वड़ोदरा
                                                                                    डाक प्र शक्षण क े न्द्र, वड़ोदरा


                  े

                                                                    ं
                            ं

             22 स 26  सतबर 2025 तक बकॉक म ए शयाइ  प्रशात डाक महा व ालय (APPC) म आयो जत


                                  े
       एचआरएम काय शाला म मर  भागीदार  न एक महत्वपूण  सत्य को  फर स पुष्ट  कया — आधु नक डाक
                                                                                   े
                                                  े
                                                     ै
                                                                                  ं
                                                                   े

                                                                                                       ं
                                                                                                            े
       क्षत्र क  सफलता इस बात पर  नभ र करती ह  क हम अपन लोगा का प्रबधन  कतनी प्रभावी ढग स करत                     े
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                                                   े
                                             ं
       ह। आज आधु नक मानव ससाधन प्रबधन कवल एक प्रशास नक भू मका नह  ब  क एक रणनी तक काय
                                   ं

                                                                                              ं
                                                                                                     े
        ै
                                                    ै
                                                                                                               े
       ह जो सगठनात्मक  वकास को बढ़ावा दता ह। कम चा रया को हमार  सबस मूल्यवान सप   क रूप म दखा

               ं

                                                                                  े
                                               े
                                    े
       जाना चा हए, न  क लागत क रूप म।


           एक महत्वपूण  सीख प्र तभा प्रबधन का महत्व थी—योग्य कम चा रया को आक षत करन,  वक सत

                                                                                                      े
                                            ं
                               े
      करन और बनाए रखन क  लए एक योजनाबद्ध दृ ष्टकोण। यह  नयु  त स कह  आग बढ़कर एक मज़बूत,
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                                                                                            े
                                                                                 े
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                                                                                                               े
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                         ै
      भ वष्य क  लए तयार काय बल का  नमा ण करता ह। पोस्ट मल शया अपनी योग्यता-आधा रत, समावशी
                                                                       े
                                                           ै
                            े
      सस्क ृ  त क माध्यम स एक प्ररक उदाहरण प्रस्तुत करता ह,  जसक प रणामस्वरूप इसक 43% नतृत्व पद
                े
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                                                                                               े
                                                                 ै
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                                                                                                         े
                                                                         े

                                                                                                       ै
                                                                 े

                                               ै
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      म हलाआ क पास ह। यह  सद्ध करता ह  क जब सभी क्षत्रा म प्र तभा को मान्यता दी जाती ह, तो समग्र
                                     ै
      रूप स सगठन को लाभ होता ह।
            े
               ं
                                                                                               ं
                                                                                      े
                                                                                                     ै
                                                                                                 ं
            एक और महत्वपूण  बात यह थी  क कम चार  कल्याण और उत्पादकता क बीच सबध ह। एक स्वस्थ
                                               ै
       कम चार  एक उत्पादक कम चार  होता ह, जब क स्वास्थ्य क  उपक्षा तनाव, अनुप स्थ त और नौकर  छूटन                 े
                                                                        े
                          ै
                                                                                                ं
       का कारण बनती ह। एक व्यापक कल्याण दृ ष्टकोण सुर क्षत काय स्थल, सहायक काय  सस्क ृ  त, व्य  तगत
                                                                                                           े
                                                                                        े
       स्वास्थ्य  सहायता  और  सामुदा यक  जुड़ाव  सु न  त  करना  चा हए।  पोस्ट  मल शया  का  FIT  एप,  जो

                                                                      ै
                                                     ँ
                                                                                  े
                                                                                              े
                                    ै
       स्वास्थ्य प्र शक्षका और मनोव ा नका तक प च प्रदान करता ह, तकनीक क माध्यम स कल्याण को बढ़ावा

       दन क एक मॉडल क रूप म उभरा ह।
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             सगठन क भीतर खुला और इ मानदार सचार भी उतना ही महत्वपूण  ह। यू नयना और कम चार  सघा क                  े

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                                                                                                            ं
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                                                                                               े
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       साथ रचनात्मक जुड़ाव, साझदार क रूप म, बदलाव को प्रभावी ढग स प्रब धत करन म मदद करता ह।
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                                                                                                                 ै

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                                                                                    ं
                                                                           ं
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       कम चा रया क  प्र त  या स सीखना,  वशष रूप स पोस्ट पीएनजी  ारा अपनाए गए औपचा रक  नकास
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                                                                                                      े
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                                                                                                           ै

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       साक्षात्कारा क माध्यम स, कम चा रया क प्रस्थान को सुधार क मूल्यवान अवसरा म बदल दता ह। क ु ल
                                                                                                                ै

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                                                                        े
                                                                                                ं

        मलाकर, काय शाला न इस बात पर प्रकाश डाला  क डाक क्षत्र म सफलता तीन स्तभा पर  टक  ह -
       रणनी तक जन  नयोजन, कम चार  कल्याण और पारदश  सचार। य सभी  मलकर एक प्र रत और भ वष्य
                                                                    ं
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       क  लए तयार काय बल का  नमा ण करत ह जो सगठनात्मक उत्क ृ ष्टता को आग बढ़ान म सक्षम ह।

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