Page 46 - E-Patrika 3rd Edition Hindi
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ई-प  का डाक प्र शक्षण क े न्द्, वड़ोदरा



                                                                      ं
                                                                                   ु
                                    8.  ान एव कौशल सग्रह प्र  त
                                                      ं

        ड जटलाइजशन: डाक  वभाग क  नयी राह   
        ड जटलाइजशन: डाक  वभाग क  नयी राह   
                                 ेे

       काग़ज़ और स्याही का युग अब बीत चुका,

       डाक  वभाग म  नया युग आ चुका।

       बदल रही ह अब तस्वीर, बदल रहा ह रास्ता,
                      ै
                                                         ै
        ड जटल युग म  सब क ु छ अब सस्ता ।




                     च  या अब न चल  जब तक सी मत,
                             ँ

                    इ-मेल और एेप्स ने  कया हर फ़ासला  मट।
                    पास ल से लेकर पत्र तक का सफ़र,

                                                             ँ
                    अब एक   लक म  घर तक प चाए हर डगर।



                       ं
       कोड और नबर क  नयी पहचान,
                                           ै
       हर डाक अब तकनीक से ह जुड़ा जान।
       तेज़ी से बदली  ाट  प्र  या,

       अब कोइ चूक न होती, न कोइ अव्यवस्था।




                    मशीना  क े  साथ, मनुष्य क  ताक़त,
                                                                                तेजस्वी पटेल (डाक सहा.)
                    साथ चलकर, ये बना डाक का रथ।
                                                                                गाधीनगर, गुजरात प रमडल
                                                                                                               ं
                                                                                   ं
                    अब एक डा कया भी  ाट  ह, तेज़ ह,
                                                                     ै
                                                          ै
                      ं
                                                                           ै
                    सदेश एक कोने से,  बना रूक े  प चाता ह।
                                                                 ँ
        ड जटल क  दु नया म , ये नयी उम्मीद ,

               ँ
       एक गाव, भाहर और कस्बो म  बीते।
                                                     ँ
       भ वष्य क े  इस रास्ते पर बढ़ते जाए,
       डाक  वभाग क  नयी उम्मीद   मले यही शुभकामनाए।
                                                                              ँ









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